जुमा की नमाज़ बड़ी मस्जिद में अदा की जाती है किसी भी छोटी मसजिद में या अकेले अदा नही हो सकती है।जुमा की नमाज  में कुल 14 रकात पढ़ी जाती है जिसमें  पहले चार सुन्नत पढ़ते हैं फिर केवल दो फर्ज इमाम पढा़ता  हैं और इसके बाद चार सुन्नत ,दो सुन्नत और दो नीफिल पढे़ जाते हैं।
 जुम्मा की फर्ज नमाज से पहले खुत्बे की अजान होती है अजान के बाद इमाम खुत्बा पढ़ता है खुतबे को हमें बहुत ध्यान से सुनना चाहिए और कोई भी नमाज या  जिकृ वगैरा उस समय नही करना चाहिए
आप घर से वजू करके जा सकते हैं यह ज्यादा बेहतर है वरना आप मस्जिद में जाकर भी वुजू कर सकते हैं
कपडे़ साफ सुथरे हो और इत्र भी लगाए तो बहुत बहतर  है क्योंकी जुमे का दिन सभी दिनों से अफजल है