वित्र की नमाज कैसे अदा करें
ईशा की नमाज के तुरंत बाद तीन रकात  वित्र नमाज अदा की जाती है
नीयत
मैं नियत करता हूं 3 रकात नमाज वित्र वाजिब इस रात की रुख मरा काबा शरीफ की तरफ वास्ते अल्लाह ताला के 

इनकी तीनों रक्अतों में सूरः फ़ातिहा के बाद कोई सूरः पढ़ी जाती है । तीसरी रकात में सूरः पढ़ने के बाद तक्बीर कह कर दोनों हाथ कानों तक उठाइए और बांध कर दुआ - ए - कुनूत पढ़िए ।

दुआ - ए - कुनूत

अल्लाहुम - म इन्ना नस्तईनु - क व नस्तग्फिरु - क व नुअ मिनु बि - क व न - त - वक्कलु अलै - क व नुस्नी अलैकल खै - र व नश्कुरु - क व ला नक्फुरु - क व नख्लउ व नतरुकु मंय्यफजुरु - क अल्लाहुम-म इय्या - क नअबुदु व ल - क नुसल्ली व नस्जुदु व इलै - क नसआ व नह्फिदु व नर्जू व  रहम - त - क व नख्शा अजा ब - क इन्ना अजा - ब - क बिल कुफ्फारि मुलहिक

दुआ - ए - कुनूत के बाद क़ायदे के मुताबिक़ रुकूअ व सज्दे करके नमाज़ पूरी कीजिए । सिर्फ रमज़ान के महीने में जमात के साथ इमाम के पीछे वित्र पढ़े जाते हैं ।